सूर्य खाना नंबर 8 (Sun in Eight House) – Lal Kitab (लाल किताब) 1941 – EP20 – Astrologer Vijay Goel
लाल किताब 1941 की विवेचन शृंखला का ये मेरा बीसवाँ वीडियो है। इसमे मैंने “सूर्य खाना नंबर 8” (जब कुंडली के आठवें घर मे सूर्य स्थित हो) के बारे मे विश्लेषण करने का प्रयास किया है।
लाल किताब में आठवां घर मृत्यु व बिमारी का घर कहा गया है। इस घर का स्वामी मंगल है और कारक ग्रह शनि है। अपने नाम के अनुसार ही कुंडली का यह घर मुख्य तौर पर कुंडली धारक की आयु के बारे में बताता है। कुंडली के आठवें घर से कुंडली धारक के वैवाहिक जीवन के कुछ क्षेत्रों के बारे में भी पता चलता है जिनमे मुख्य रुप से कुंडली धारक का अपने पति या पत्नी के साथ शारीरिक तालमेल तथा संभोग़ से प्राप्त होने वाला सुख शामिल होता है।
कुंडली का आठवां घर वसीयत में मिलने वाली जायदाद के बारे में, अचानक प्राप्त हो जाने वाले धन के बारे में, किसी की मृत्यु के कारण प्राप्त होने वाले धन के बारे में तथा किसी भी प्रकार से आसानी से प्राप्त हो जाने वाले धन के बारे में भी बताता है। आठवां स्थान और शनि दोनों ही अचानक आने वाली मुसीबत, प्राकृतिक आपदा, अग्नि, जल, वायु या किसी भी प्रकार की आकस्मिक दुर्घटना, कारागार, यानी जेल, बड़े संकट, शरीर कष्ट की सूचना देते हैं।
ये विवेचना लाल किताब ज्योतिषियों के अलावा, भृगु नंदी नाड़ी ज्योतिषियों और वैदिक (पाराशर) ज्योतिषियों के लिए भी उपयोगी हो सकती है। वीडियो के बारें मे अपनी प्रतिक्रिया से अवगत अवश्य कराएं।
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